अरुण होता
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डॉ. अरुण होता (ओड़िया: ଅରୁଣ ହୋତା) हिन्दी के लब्धप्रतिष्ठित निबन्धकार, समीक्षक, आलोचक और अनुवादक हैं। ये हिन्दी, अंग्रेज़ी, ओड़िया, बाङ्ला, नेपाली और संस्कृत भाषाओं के विद्वान हैं। इनकी मातृभाषा ओड़िया है। पेशे से ये प्राध्यापक हैं। वर्तमान में ये पश्चिम बंग राज्य विश्वविद्यालय, बारासात में हिन्दी विभाग के प्राध्यापक और अध्यक्ष हैं।[१] [२]
जीवन-परिचय[सम्पादन]
डॉ. अरुण होता का जन्म 10 जून, सन् 1965 ई. ओड़ीसा के सोनपुर में हुआ। प्रारंभ से ही हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रति इनकी रुचि जाग्रत हुई। ये बचपन से ही मेधावी रहे हैं। ये सन् 1986 ई. में सम्बलपुर विश्वविद्यालय, ओड़ीसा से हिन्दी भाषा व साहित्य से विशिष्ट योग्यता के साथ पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए स्नातक हुए। इन्होंने सन् 1988 ई. में उत्कल विश्वविद्यालय, ओड़ीसा से हिन्दी भाषा व साहित्य से विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्नातकोत्तर की उपाधि अर्जित किया। विश्वभारती विश्वविद्यालय से सन् 1992 ई. में ब्रजबुलि पदावली का साहित्यिक अध्ययन विषय पर इन्होंने शोध-कार्य पूर्ण किया और 'डॉक्टरेट' की उपाधि अर्जित की।
अध्यापन[सम्पादन]
डॉ. अरुण होता एक आलोचक होने के साथ ही एक अच्छे शिक्षक भी हैं। इनके शिक्षार्थी इन्हें 'होता sir' के नाम से जानते हैं। पश्चिम बंग राज्य विश्वविद्यालय के आधिकारिक अंतर्जाल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार इन्होंने निम्नलिखित महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों में इन्होंने अध्यापन किया है :
- संत जोसेफ महाविद्यालय, दार्जीलिंग (01-07-1991 से 01.07.1997)
- चारुचन्द्र सांध्य महाविद्यालय, कोलकाता (02-07-1997 से 30-06-2004)
- उत्तर बंग विश्वविद्यालय, राजा राममोहनपुर, सिलीगुड़ी (01-10-2004 से 15-052009)
- पश्चिम बंग राज्य विश्वविद्यालय, बारासात, कोलकाता (16-05-2009 से अब तक)
रचनाएँ[सम्पादन]
डॉ. अरुण होता ने कई विधाओं में सिरजा है। इनके रचनाओं की सूची निम्नवत् है :
आलोचना
- तुलनात्मक साहित्य : हिन्दी और उड़िया के परिप्रेक्ष्य में [३] - 2008
- ब्रजबुलि की भाव-संपदा [४] - 2008
- कविता का समकालीन प्रमेय - 2015
- आधुनिक हिंदी कविता : युगीन संदर्भ [५] - 2010
- भूमंडलीकरण, बाजार और समकालीन कहानी [६] - 2019
अनुवाद
- हंसध्वनि (ओड़िया लघु कथाओं का संग्रह और उसका हिन्दी अनुवाद) - 2006
- मंगनी की बैलगाड़ी (गोदावरीश महापात्र द्वारा रचित मूल ओड़िया कहानी का हिन्दी अनुवाद) - 2011
- विधवा का बेटा अनंता - 2012
- ओड़िया की प्रगतिशील कहानियाँ [७](संपादन तथा हिन्दी अनुवाद) - 2013
- गोपबंधु संचयिता - 2014
- फकीरमोहन सेनापति की कहानियाँ [८] (ओड़िया से हिन्दी अनुवाद) - 2020
संपादित पुस्तक
- सृजन का आयतन - 2015
- सुधा अरोड़ा : चुनी हुई कहानियाँ - 2017
- अपनी भाषा की लोकयात्रा [९] - 2018
सम्मान[सम्पादन]
- अखिल भारतीय आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार [१०] (साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद् द्वारा) (2010) - साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् ने 'आधुनिक हिंदी कविता :युगीन संदर्भ' (आलोचना) के लिए इन्हें अखिल भारतीय आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार से सम्मानित किया। [११]
- लमही सम्मान (2018) : इन्हें सन् 2018 का लमही सम्मान देने की घोषणा की गई। [१२] सितंबर महीने में इन्हें लमही सम्मान से नवाज़ा गया। [१३]
सन्दर्भ[सम्पादन]
- ↑ "हिन्दी विभाग". https://www.wbsubregistration.org/hindi.php.
- ↑ "डॉ. अरुण होता". https://wbsu.ac.in/faculty/prof-arun-hota/.
- ↑ होता, अरुण. "तुलनात्मक साहित्य : हिन्दी और उड़िया के संदर्भ में". ज्ञान भारती (नेशनल पब्लिशिंग हाउस). https://isbnsearch.org/isbn/8185478635.
- ↑ होता, अरुण (2007). ब्रजबुलि की भाव सम्पदा (प्रथम सं॰). मथुरा: रमन बुक सेंटर. प॰ 216. https://indianculture.nvli.in/union-catalogue/brajbuli-ki-bhav-sampada.
- ↑ होता, अरुण (2010). आधुनिक हिंदी कविता : युगीन संदर्भ (प्रथम सं॰). नई दिल्ली: ज्ञान भारती. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8185478805. https://indianculture.nvli.in/hi/node/83763.
- ↑ होता, अरुण. "भूमंडलीकरण, बाज़ार और समकालीन कहानी". https://jagranhindi.in/?p=4852.
- ↑ होता, अरुण (2013). ओड़िया की प्रगतिशील कहानियाँ. क्लासिकल पब्लिशर्स एण्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स. पृ॰ 240. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8170546079. https://books.google.co.in/books/about/%E0%A4%93%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%97.html?id=7yZ5mAEACAAJ&redir_esc=y.
- ↑ सेनापति, फकीर मोहन; होता, अरुण (2020). फकीरमोहन सेनापति की कहानियाँ (प्रथम सं॰). नयी दिल्ली: साहित्य अकादमी. पृ॰ 220. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789389778250. https://books.google.co.in/books/about/Phak%C4%ABramohana_sen%C4%81pati_k%C4%AB_kah%C4%81niy%C4%81m.html?id=8YIVzgEACAAJ&redir_esc=y.
- ↑ होता, अरुण (2018). अपनी भाषा की लोकयात्रा (प्रथम सं॰). कोलकाता: आनंद प्रकाशन. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788193875179.
- ↑ "मप्र साहित्य अकादमी ने कई पुरस्कारों की घोषणा की". https://www.jagran.com/sahitya/literature-news-3146.html.
- ↑ "पुरस्कार एवं पांडुलिपि प्रकाशन सहायता अनुदान की घोषणा". https://m.jagran.com/lite/madhya-pradesh/bhopal-9314998.html. अभिगमन तिथि: 30 मई 2012.
- ↑ "आलोचक अरुण होता को मिलेगा 2018 का ‘लमही सम्मान’". https://jagranhindi.in/?p=4828.
- ↑ "लमही सम्मान से नवाजे गए आलोचक अरुण होता". https://navbharattimes.indiatimes.com/metro/lucknow/development/critic-arun-would-have-been-awarded-the-lamhi-award/articleshow/71342654.cms.
बाहरी कड़ियाँ[सम्पादन]
- अरुण होता का व्यक्तित्व व रचनाएँ
- आँखें अब भी देखती हैं लहलहाती फसलों का सपना
- आधुनिक हिन्दी कविता : युगीन संदर्भ
- केदारनाथ सिंह की कविताओं से गुजरकर
- बदलते परिदृश्य के स्पंदन को अभिव्यक्त करने वाली कहानियाँ
- हिंदी कविता का समकालीन परिदृश्य और जितेंद्र श्रीवास्तव का कवि कर्म
- पाश्चात्य काव्यशास्त्र की पृष्ठभूमि
- पाश्चात्य काव्यशास्त्र की परंपरा - 1
- पाश्चात्य काव्यशास्त्र की परंपरा - 2
- प्लेटो का साहित्य चिंतन
- अनुकरण का सिद्धांत
- त्रासदी की अवधारणा
- अरस्तू का विरेचन सिद्धांत
- लोंजाइनस : काव्य में उदात्त
- होरेस का काव्य-चिंतन
- जॉन ड्राइडन
- क्रोचे का अभिव्यंजनावाद
- क्रोचे के चिंतन में कला और नैतिकता
- शास्त्रवाद, नव्य-शास्त्रवाद और स्वच्छंदतावाद
- कॉलरिज : कविता और काव्य भाषा
- कल्पना सिद्धांत
- भूमंडलीकरण और हिंदी कविता
- 'राजा राममोहन रॉय नेशनल एजेंसी फ़ॉर आई. एस. बी. एन.' पर डॉ अरुण होता द्वारा लिखित पुस्तकें
- ममता कालिया की पुस्तक ‘अंदाज़-ए-बयाँ उर्फ़ रवि कथा’
इन्हें भी देखें[सम्पादन]
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