उल्टा गढ़ा
उल्टा गढा उल्टा गढ़ा जिसको गढ़ा माफी भी कहते हैं गौरीगंज से लगभग आठ किलोमीटर के दूरी पर गौरीगंज से मुंशीगंज रोड पर स्थित दरपीपुर चौराहा से लगभग तीन किलोमीटर मीटर की दूरी पर गांव गढ़ा माफी में स्थित श्री हनुमान जी की 55 फिट की मूर्ति है जिसे उल्टा गढ़ा भी कहते यहां पर काफी देवी देवताओं की आकर्षित करने वाली मुर्तिया भी है जो दूर से आये हुए सद्धालुओ को आकर्षित करती है ।
उल्टा गढ़ा नाम कैसे रखा गया।
कहते है कभी ये जगह जिसे गढ़ा माफी कहते है राजा महाराजो का राजमहल हुआ करता था पर कभी किसी कारण बस कुछ आपत्तिजनक घटना घटी जिससे वो जगह ही उलट पलट गई जिसे आज उल्टा गढ़ा के नाम से जाना जाता है। 200 साल पहले राजा रक्तम्भा सिंह जी का राज्य था। कहा जाता है कि भगवान राम के वंशज थे।
यहां हनुमान जी की 55½ फिट ऊंची महामूर्ती आपके अंदर अध्यात्म का प्रवाह करके आपको अद्भुत अनुभूति कराती है। बहुत बड़े जंगल के बीच में ऐसी ही कई हिन्दू देवी देवताओं की विशालकाय मूर्तियां उत्कृष्ट कला का एक अद्भुत उदाहरण हैं।
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