कवि राम शंकर सिंह
राम शंकर सिंह | |
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जन्म | राम शंकर सिंह 10 नवम्बर 1959 ग्राम- मोमिन पुर, पोस्ट- रामपुर जय सिंह, जनपद- अंबेडकर नगर ( उत्तर प्रदेश),भारत) |
व्यवसाय | कवि, लेखक, प्राध्यापक |
भाषा | अवधी-हिन्दी,संस्कृत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
उच्च शिक्षा | डॉ_राम_मनोहर_लोहिया_अवध_विश्वविद्यालय |
उल्लेखनीय कार्यs |
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उल्लेखनीय सम्मान |
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जीवनसाथी | आशा देवी |
राम शंकर सिंह का जन्म 10 नवंबर सन्- 1959 को उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जनपद में ग्रामसभा बिश्राम पुर के अंतर्गत मोमिन पुर नामक ग्राम में हुआ। इनके पिता का नाम स्व श्री राम लौट सिंह तथा माता का नाम स्व श्रीमती पार्वती देवी है। राजकीय माध्यमिक शैक्षणिक सेवा उत्तराखंड से सेवानिवृत्त हुए हैं। शैक्षणिक सेवा, समाज सेवा तथा राष्ट्र सेवा में संलग्न होने के साथ-साथ उच्च कोटि के कवि / साहित्यकार भी हैं। शिक्षा के क्षेत्र में "उत्कृष्ट शिक्षा सम्मान"- (उत्तराखंड सरकार), "गवर्नर टीचर्स अवार्ड" (उत्तराखंड) एवं "शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार" (उत्तराखंड) से विभूषित हैं।इन्हें साहित्य , शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए अन्य राज्यों से भी अनेकों प्रतिष्ठित पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हुए हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा[सम्पादन]
राम शंकर सिंह की प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय विश्रामपुर से हुई। जूनियर की शिक्षा भी समीप के जूनियर हाई स्कूल बेवाना में हुई। हाई स्कूल एवं इंटर स्तर की शिक्षा- सी एल इंटर कॉलेज छीतेपट्टी सुल्तानपुर में हुई । उच्च शिक्षा - एम ए (हिंदी साहित्य एवं राजनीति विज्ञान) एवं बी एड प्रशिक्षण डॉ_राम_मनोहर_लोहिया_अवध_विश्वविद्यालय फैजाबाद से संबद्ध कॉलेज से हुई। इनके पिता स्व श्री राम लौट सिंह बहुत ही सम्मानित एवं ईमानदार किंतु मध्यम वर्गीय कृषक थे, इसलिए इनका प्रारंभिक जीवन ग्रामीण परिवेश में बहुत ही कठिन एवं संघर्षमय रहा। कई बार शारीरिक संकट एवं भयंकर दुर्घटनाओं का भी सामना करना पड़ा।
शैक्षणिक जीवन[सम्पादन]
प्रारंभ से ही इनकी इच्छा एक शिक्षक बनने की थी, किंतु सरकारी विद्यालय में नियुक्ति न मिल पाने के कारण कई वर्षों तक विभिन्न अशासकीय विद्यालयों में अस्थाई रूप से शैक्षणिक सेवा किये। इस बीच प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सम्मिलित होते रहे। आयोग की कई परीक्षाओं में लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करके साक्षात्कार भी दिया, किंतु अंतिम सफलता नहीं मिल पा रही थी, एक बार पी सी एस परीक्षा के दौरान बिजली का तार माथे पर छू जाने के कारण ऐसी दुर्घटना हुई कि कई महीनों हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती रहना पड़ा, भयंकर शारीरिक क्षति हुई और वर्षों तक इलाज चलता रहा। बेरोजगारी और जीवन संघर्षों के बीच लोक सेवा आयोग इलाहाबाद के द्वारा उनकी नियुक्ति एक राजकीय शिक्षक के रूप में राजकीय इंटर कॉलेज भटगांव (गोनगढ़) टिहरी-गढ़वाल में हो गई। विद्यालय विशिष्टअति दुर्गम था,जल्दी ही उसी विद्यालय में प्रभारी प्रधानाचार्य का दायित्व भी मिल गया। विद्यालय संकुल केंद्र होने के कारण संकुल शिक्षा अधिकारी का भी दायित्व मिला। इस विद्यालय में 20 अगस्त 1994 से 12 अगस्त 2010 तक लगातार 16 वर्षों तक सेवा रही। 13 अगस्त 2010 से 30 नवंबर 2021 तक राजकीय इंटर कॉलेज रुड़की हरिद्वार में प्रवक्ता हिंदी के पद पर कार्यरत रहे, यथा समय प्रभारी प्रधानाचार्य के दायित्व का भी निर्वहन किया। 30 नवंबर 2021 को इसी विद्यालय से सेवा निर्वृत्त हुए।
कार्य एवं उपलब्धियां[सम्पादन]
शिक्षा के क्षेत्र में[सम्पादन]
सुदूर पर्वतीय क्षेत्र के अति दुर्गम विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज भटगांव टिहरी गढ़वाल में 16 वर्षों की निरंतर शैक्षणिक सेवा में प्रभारी प्रधानाचार्य एवं संकुल शिक्षा अधिकारी का भी कार्य किये। अपने कार्यकाल में विद्यालय स्टाफ के सहयोग से छात्र संख्या को लगभग 3 गुना तक बढ़ाये। शैक्षिक दृष्टि से पिछड़ी हुई पट्टी गोनगढ़, जहां पर हाई स्कूल एवं इंटर उत्तीर्ण लोगों की संख्या मुश्किल से दहाई को छू पा रही थी, वहां पर हजारों की संख्या में विद्यार्थियों ने हाईस्कूल इंटर उत्तीर्ण किया और डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक,सैनिक तथा अन्य विभिन्न सरकारी और प्राइवेट सेवाओं में देश विदेश में अपना स्थान बनाये। हाई स्कूल की प्रदेश मेरिट लिस्ट में विद्यालय के छात्रों को चौथा, बारहवां और तेरहवां स्थान तक प्राप्त हुआ। इंटर में 20वां स्थान प्राप्त हुआ और जनपद में तो लगभग प्रत्येक वर्ष कोई न कोई स्थान रहा। कई बार विद्यालय का परीक्षा फल शत प्रतिशत रहा। हाई स्कूल प्रदेश मेरिट लिस्ट में चौथा स्थान आने पर वर्ष- 2004 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री जी के द्वारा प्रधानाचार्य के रूप में इन्हें "उत्कृष्ट शिक्षा सम्मान" भी प्रदान किया गया। विद्यालय की आदर्श शिक्षण व्यवस्था एवं भौतिक संसाधनों की समुचित व्यवस्था हेतु सतत प्रयत्नशील रहे, आशातीत सफलता भी प्राप्त किए। राजकीय इंटर कॉलेज रुड़की में कार्यरत रहते हुए भी अपनी विशेष आदर्श पहचान स्थापित किए। अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए इन्हें उत्तराखंड राज्य के सर्वोच्च शैक्षिक सम्मान "गवर्नर टीचर्स अवार्ड" एवं राज्य के सर्वोच्च शैक्षिक पुरस्कार "शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
समाज सेवा के क्षेत्र में[सम्पादन]
राजकीय इंटर कॉलेज भटगांव टिहरी गढ़वाल में कार्यरत रहते हुए विद्यालय स्टाफ एवं छात्रों के सहयोग से इन्होंने "नशा मुक्ति कार्यक्रम" चलाया, जिसके अंतर्गत कई महीने तक पूरी गोनगढ़ पट्टी में पूर्णत: शराबबंदी रही, इस कार्य में क्षेत्र वासियों का भरपूर सहयोग मिला आगे भी सुधार जारी रहा। छात्रों में भी तंबाकू और धूम्रपान निषेध कार्यक्रम लगातार चलाते रहे। साथियों के सहयोग से निर्धन छात्र राहत ट्रस्ट की स्थापना करके निर्धन/ मेधावी छात्रों की आर्थिक सहायता यथासमय हमेशा करते रहे। आवश्यकता पड़ने पर स्टाफ एवं छात्रों के साथ आपदा राहत के लिए भी कार्य करते रहे।
साहित्य के क्षेत्र में सेवा[सम्पादन]
देश प्रेम एवं सामाजिक चेतना के लिए निरंतर हिंदी भाषा में साहित्य सृजन करते रहे । गीत एवं कविता लिखने में इनकी विशेष रूचि रही । समय-समय पर मंचीय काव्य पाठ भी करते रहे हैं।
कुछ प्रमुख काव्य कृतियां[सम्पादन]
- समवेत काव्य संग्रह- खुल गया आकाश, षट ऋतु वर्णन, नई सदी के स्वर भाग 1, वीथिका, सृजन सरोवर, नई सदी के स्वर भाग 2[१], प्रणाम मां गंगे, करो राष्ट्र निर्माण, नमन सूर्य देव, गंवई- गांव- गरीब तथा अनेकों साझा काव्य संग्रह प्रकाशित। अनेकों पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित।
- प्रकाशनाधीन - वही प्रिय गीत हैं मेरे (गीत संग्रह) , मगर कुछ भूल रहे हैं (कविता संग्रह)
- संपादन - "वीथिका" [२]काव्य संग्रह
राष्ट्र हेतु समर्पण,सांस्कृतिक संरक्षण एवं अन्य सेवाएं[सम्पादन]
राष्ट्र के लिए समर्पित सेवाओं एवं संस्थाओं में सक्रिय सहभागिता रखते हैं। इनके द्वारा रचित एवं वाचित अधिकांश गीत एवं कविताएं देश एवं समाज को ही समर्पित हैं। काव्य पाठ के ऐसे अनेकों वीडियो फेसबुक एवं यूट्यूब पर सराहे जाते रहे हैं। कला, संस्कृति एवं साहित्य के संरक्षण एवं उन्नयन के लिए संस्कार भारती रुड़की इकाई से जुड़े हैं और सक्रिय भूमिका निभाते हैं। प्रेम-सौहार्द, मानवता एवं सामाजिक समन्वय के लिए निरंतर क्रियाशील रहते हैं।
प्रमुख पुरस्कार/ सम्मान[सम्पादन]
Year | Award |
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2004 | उत्कृष्ट शिक्षा सम्मान (उत्तराखंड सरकार) |
2011 | राजीव गांधी एजुकेशन एक्सीलेंसी अवार्ड (अवंतिका फाउंडेशन दिल्ली) |
2012 | शिक्षक सम्मान गुरु वंदन (भारत विकास परिषद समर्पण रुड़की) |
2014 | विशेष शिक्षक सम्मान (याना इंडिया सोसाइटी रुड़की) |
2015 | उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान (भारत विकास परिषद रुड़की) |
2015 | उत्कृष्ट शिक्षक एवं रचनाकार सम्मान (हिंदी साहित्योदय संस्था रुड़की) |
2015 | राज्य का सर्वोच्च शैक्षिक पुरस्कार- शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार(उत्तराखंड)[३] |
2015 | राज्य का सर्वोच्च शैक्षिक सम्मान- गवर्नर टीचर्स अवार्ड (उत्तराखंड)[४] |
2016 | हिंदी रत्न सम्मान (अखिल भा भ्रूण संरक्षण संस्थान मेरठ) |
2016 | सरस्वती साहित्य गौरव सम्मान (पोंटा साहब हि प्र) |
2016 | नेशन बिल्डर अवॉर्ड (इनरव्हील, रुड़की) |
2016 | उपादेयी सम्मान (पिथौरागढ़) |
2016 | विशेष शिक्षक सम्मान (मा शिक्षक संघ हरिद्वार) |
2017 | डॉ परशुराम शुक्ल बाल साहित्य पुरस्कार (इंदौर म प्र) |
2017 | ऐप्रिसिएशन अवार्ड (रामकृष्ण मिशन यू एन आई सी फॉर इंडिया एंड भूटान) |
2018 | भाषाई गौरव सम्मान (फतेहगढ़ साहिब पंजाब)'[५]' |
2020 | नेशन बिल्डर अवॉर्ड (रोटरी क्लब रुड़की सेंट्रल) '[६]' |
2020 | धर्मवीर धवल स्मृति सम्मान (हिंदी साहित्योदय साहित्यिक संस्था रुड़की)'[७]' |
सन्दर्भ[सम्पादन]
- ↑ "नई सदी के स्वर भाग 2". Hindu News. 11 Jun 2022. https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/varanasi/story-39-nayee-saadi-ke-swar-39-finds-place-in-india-book-of-records-6623234.html.}}
- ↑ "वीथिका". Hindu News. 31 Oct 2020. https://www.livehindustan.com/uttarakhand/roorki/story-poetry-collection-gallery-released-3600517.html.}}
- ↑ "राज्य का सर्वोच्च शैक्षिक सम्मान- शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार(उत्तराखंड)". Hindu News. 29 Jan 2020. https://www.amarujala.com/dehradun/27-teachers-of-uttarakhand-will-get-shailesh-matiyani-award.}}
- ↑ "गवर्नर टीचर्स अवार्ड (उत्तराखंड)". The Times Of India. 26 Jun 2015. https://timesofindia.indiatimes.com/education/news/teachers-to-be-honored-in-uttarakhand/articleshow/47830684.cms?utm_source=whatsapp&utm_medium=social&utm_campaign=TOIArticleshowicon.
- ↑ "राज्य का सर्वोच्च शैक्षिक सम्मान- भाषाई गौरव सम्मान (फतेहगढ़ साहिब पंजाब)". Hindu News. 10 Nov 2018. https://www.livehindustan.com/uttarakhand/roorki/story-ram-shankar-singh-got-linguistic-pride-2260598.html.
- ↑ "नेशन बिल्डर अवॉर्ड (रोटरी क्लब रुड़की सेंट्रल)(उत्तराखंड) नेशनल बिल्डर अवार्ड से सम्मानित सात शिक्षक". Hindu News. https://www.jagran.com/uttarakhand/haridwar-seven-teachers-honored-with-national-builder-award-20723241.html.
- ↑ "राज्य का सर्वोच्च शैक्षिक सम्मान- धर्मवीर धवल स्मृति सम्मान (उत्तराखंड)". Hindu News. 23 Aug 2022. https://www.livehindustan.com/uttarakhand/roorki/story-poetry-conference-organized-in-memory-of-dharamvir-dhaval-2380423.html.
बाहरी कड़ियाँ[सम्पादन]
- राम शंकर सिंह संस्कार भारती ने शिक्षकों को सम्मानित किया
- राम शंकर सिंह सचिव ने मूल्यांकन कें द्र पर पहुंचकर लिया जायजा
- राम शंकर सिंह ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’
- राम शंकर सिंह पूर्णोदय साहित्यिक संस्थान द्वारा वसन्तोत्सव पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित
- राम शंकर सिंह साहित्यिक संस्था नवसृजन ने शहीद जगदीश वत्स का स्मरण कर किया प्रतिभाओं का सम्मान
- राम शंकर सिंह राजकीय इंटर कॉलेज रुड़की के हिन्दी प्रवक्ता राम शंकर सिंह को शैलेश मटियानी पुरस्कार मिला है
- राम शंकर सिंह राजकीय इंटर कॉलेज रुड़की के प्रवक्ता राम शंकर सिंह को सेवानिवृत्त होने पर शिवपुरम स्थित उनके आवास पर पहुंच कर शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया
- राम शंकर सिंहहिंदी प्रवक्ता राम शंकर सिंह के सेवानिवृत्त होने पर शिक्षक भावुक
- राम शंकर सिंह माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने किया सेवानिवृत्त शिक्षक राम शंकर सिंह को सम्मानित
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- राम शंकर सिंह सचिव से की पर्यवेक्षकों को पैराश्रमिक दिलाने की मांग
- राम शंकर सिंह काव्य संग्रह वीथिका का किया लोकार्पण
- राम शंकर सिंह ‘आओ दिये जलाएं उन शहीदों के नाम पर’
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