गौ अभयारण्य अनुसन्धान एवं उत्पादन केन्द्र सालरिया
गौ अभयारण्य अनुसन्धान एवं उत्पादन केन्द्र मध्य प्रदेश के आगर-मालवा जिले के सालरिया ग्राम में स्थित है। यह भारत का प्रथम गौ-अभयारण्य है जो मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा था जिसे अभी सरकार ने विश्व की सबसे बड़ी गोशाला श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा को सुपुर्द किया है जिसका 2022 से संचालन किया जायेगा| यह अभयारण्य कुल ४७२ हेक्टेयर क्षेत्र में बना है। यह सितम्बर २०१७ में उद्घाटित हुआ था। इस अभयारण्य में गायों की नस्लों से लेकर उनके दूध, गोबर, मूत्र तक पर अनुसन्धान होगा। इसमें ६ हजार गायें रखने की व्यवस्था है। अभी ४ हजार से अधिक गाएँ हैं।
गो-अभयारण्य बनाने के पीछे गोवंश का संरक्षण, भारतीय गोवंशीय नस्लों का संवर्धन, पंचगव्य से निर्मित वस्तुओं के शोध व उनका उत्पादन, जैविक खाद व कीट नियंत्रक आदि पर शोध व उत्पादन, चारागाह विकास व अनुसंधान केंद्र का उद्देश्य है।
अभयारण्य में आवारा, बीमार, दूध नहीं देने वाले आदि मवेशी भी रखे जाएंगे और उनका संरक्षण किया जाएगा। गोबर से बायोगैस, गोमूत्र से दवाएं बनाई जाएंगी। वहीं संकर (हाईब्रीड) नस्लें तैयार होंगी। वर्मी कम्पोस्ट यूनिट से केंचुआ खाद तैयार की जाएगी।
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