जनजातीय गौरव दिवस
भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करने के लिए 10 नवंबर 2021 को हुई अपनी बैठक में 15 नवंबर को "जनजातीय गौरव दिवस" के रूप में मनाए जाने की घोषणा की[१]। उल्लेखनीय है कि 15 नवंबर महान आदिवासी योद्धा बिरसा मुंडा का जन्म दिवस है। जनजातीय गौरव दिवस 2021 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल में एक भव्य कार्यक्रम में शिकरत की और कहा कि 'आजादी के बाद देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर पूरे देश के जनजातीय समाज की कला, संस्कृति, स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को गौरव के साथ याद किया जा रहा है, उनका सम्मान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में गीत और नृत्य प्रस्तुत किया गया वो देशभर के लोगों को जीवन जीने का मकसद दिया है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज के योगदान के बारे में या तो देश को बताया ही नहीं गया और अगर बताया भी गया तो बहुत ही सीमित दायरे में जानकारी दी गई।'[२] इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने आदिवासी कल्याण की कई योजनाओं की शुरूआत भी की[३]।
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- ↑ "Cabinet okays declaration of Birsa Munda's birth anniversary on Nov 15 as Janjatiya Gaurav Divas". https://www.thehindu.com/news/national/cabinet-okays-declaration-of-birsa-mundas-birth-anniversary-on-nov-15-as-janjatiya-gaurav-divas/article37418256.ece#.
- ↑ https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/bhopal-prime-minister-narendra-modi-will-implement-ration-aapke-dwar-scheme-and-bhoomi-pujan-of-50-eklavya-schools-on-bhopal-tour-7127254
- ↑ https://navbharattimes.indiatimes.com/state/madhya-pradesh/bhopal/education-and-awareness-only-means-of-tribal-empowerment/articleshow/88030244.cms