धर्मपाल महेंद्र जैन
धर्मपाल महेंद्र जैन (1952-) कनाडा में प्रवासी हिन्दी कवि एवं व्यंग्यकार हैं हैं। वे टोरंटो में रहते हैं।
जन्म : 1952, रानापुर, जिला – झाबुआ, म. प्र. शिक्षा : भौतिकी; हिन्दी एवं अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर
==प्रकाशन== : पाँच सौ से अधिक कविताएँ व हास्य-व्यंग्य प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित, आकाशवाणी से प्रसारित। ‘इस समय तक’ कविता संकलन तथा “दिमाग वालो सावधान” व “सर क्यों दाँत फाड़ रहा है?” व्यंग्य संकलन प्रकाशित। फेसबुक पेज़ - http://www.facebook.com/bindaas2017/ संपादन : स्वदेश दैनिक (इन्दौर) में 1972 में संपादन मंडल में, 1976-1979 में शाश्वत धर्म मासिक में प्रबंध संपादक। संप्रति : सेवानिवृत्त, स्वतंत्र लेखन। दीपट्रांस में कार्यपालक। पूर्व में बैंक ऑफ इंडिया, न्यू यॉर्क में सहायक उपाध्यक्ष एवं उनकी कईं भारतीय शाखाओं में प्रबंधक। स्वयंसेवा : जैना, जैन सोसायटी ऑफ टोरंटो व कैनेडा की मिनिस्ट्री ऑफ करेक्शंस के तहत आय एफ सी में पूर्व निदेशक। न्यू यॉर्क में सेवाकाल के दौरान भारतीय कौंसलावास की राजभाषा समिति और परमानेंट मिशन ऑफ इंडिया की सांस्कृतिक समिति में सदस्य। तत्कालीन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स में परीक्षक।
ईमेल : dharmtoronto@gmail.com
प्रकाशित व्यंग्य संकलन[सम्पादन]
- दिमाग वालो सावधान
- सर क्यों दाँत फाड़ रहा है
कविता संग्रह[सम्पादन]
- इस समय तक
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