परमाणु की संरचनाो
परमाणु- परमाणु में एक केन्द्रीय भाग होता है जिसे नाभिक कहते है। नाभिक में प्रोटोन तथा न्यूट्रोनस्थित होते है नाभिक के चारो और रिक्त स्थान होता है जिसमे विभिन्न वृत्ताकार अथवा दीर्घ वृत्ताकार कक्षाओं में इलेक्ट्रोन्स परिक्रमा करते रहते है
प्रोटोन[१] –पॉजिटिव चार्ज की इकाई प्रोटोन कहलाती है। इसके चार्जका मान 1.6X10-19 ह कूलाम होताहै। विभिन्न तत्वो से प्राप्त प्रोटोन सब प्रकार से एक समान होते है। ये नाभिक में स्थितरहते है और किसी प्रकार की गति नहीं करते है। इलेक्ट्रोन की तुलना मेंप्रोटोन १८४५गुनाभारी होते है
आविष्कारक – गोल्डस्टीन
आवेश – 1.6X10-19 कूलाम
मात्रा – 1.67X10-27 किलोग्राम
कण – धनावेशित
न्यूट्रोन – यह एक विधुत उदासीन कण है जो प्रोटोन की भाँति ही नाभिक में स्थित रहता है औरकिसी प्रकार की गति नहीं करता। एक न्यूट्रोन का भार एक प्रोटोन के भर के लगभग बराबरहोता है।विभिन्न तत्व से प्राप्त न्यूट्रोन सब प्रकार से एक समान होते है।
आविष्कारक – चैडविक
आवेशहीन
एक न्यूट्रोन का भारएक प्रोटोन केभर के लगभगबराबर होता है।
इलैक्ट्रोन -नेगेटिव चार्ज की इकाई इलैक्ट्रोन कहलाती है। इसके चार्ज का मान 1.6X10-19 कूलाम अर्थात प्रोटोन के चार्ज के बराबर होता है। परन्तु विपरीत प्रकार का। विभिन्न तत्व से प्राप्त इलैक्ट्रोन सब प्रकार से एक समान होते है। इनमें दो प्रकार की गति होती है। एक तो नाभिक के चारो ओर परिक्रमा करने की
गति , जो कक्षीय गति कहलाती है दूसरी गति ठीक उसी प्रकार की होती है जिस प्रकार एक लटटू अपनी कीली पर चक्कर काटता है यह गति चक्रण गति कहलाती है।
आविष्कारक – जे. जे थॉमसन
आवेश – 1.6X10-19 कूलाम
मात्रा – 9.1X10-31 किलोग्राम
कण – ऋणावेशित
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- ↑ परमाणु की संरचना, हर्षवर्धन कुमार (८/२७/२०१८). [परमाणु की संरचनओ "परमाणु की संरचना"] (हिंदी में). परमाणु की संरचनओ.