बिरौना बाबा पहाड़ छतैनी बाँदा
बिरौना बाबा पहाड़ [छतैनी (बाँदा) उत्तर-प्रदेश]
बिरौना बाबा पहाड़ उत्तर-प्रदेश राज्य में बाँदा जनपद के नरैनी तहसील के छतैनी ग्राम में स्थित है| बिरौना बाबा पहाड़ जैव विरासत की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान है| यह स्थान मध्य-प्रदेश की सरहद पर बसा हुआ है| मध्य-प्रदेश की सरहद पर बसे इस गाँव में बिरौना बाबा पहाड़ पतक नहीं पर्यावरण संरक्षण का सारथि बन गया है| यहाँ श्रद्धा व विश्वास की अनोखी परंपरा चली आ रही है| जो सामाजिक सरोकार का आधार बन चुकी है| इलाकाई लोग यहाँ के पहाड़ के वन क्षेत्रों को कभी नुकसान पहुँचाने की बात भी मन में नहीं लाते हैं| इसके पीछे उनके विश्वास में उन्हें हरियाली का रखवाला बना दिया हैइलाकाई लोग यहाँ के पहाड़ के वन क्षेत्रों को कभी नुकसान पहुँचाने की बात भी मन में नहीं लाते हैं| इसके पीछे उनके विश्वास में उन्हें हरियाली का रखवाला बना दिया है| छतैनी ग्राम में स्थित बिरौना बाबा के नाम से विख्यात यह पहाड़ सौ वर्षों से अपनी हरियाली की अद्भुत अलख जगाये हुए है| किसी भी तरह की मदद व वन विभाग द्वारा देख-रेख न होने के बाबजूद मान्यता के चलते कोई भी व्यक्ति चाहे वह गाँव का हो या बाहरी हो एक लकड़ी का डंडा तक नहीं काटता है| जिसके कारण पहाड़ जैव विविधता की दृष्टि से परिपूर्ण है तथा पहाड़ में विशाल वृक्षों की विशाल संख्या उपलब्ध है| बिरौना बाबा पहाड़ में ही भगवान बिरौना बाबा जी का मंदिर है| भगवान बिरौना बाबा जी के नाम के कारण ही इस पहाड़ को बिरौना बाबा पहाड़ के नाम से जाना जाता है| पूरा गाँव सम्पूर्ण मांगलिक कार्यों में उन्हें पूजता है तथा प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के दिन बिरौना बाबा मंदिर के प्रांगण में विशाल मेला लगता है| विरौना बाबा मंदिर बीस खम्भों के आधार पर बना है| बिरौना बाबा पहाड़ में स्थित मंदिर तक पहुंचने के लिए पहाड़ में सीडियां बनाई गईं हैं| जिनकी संख्या 69 है| इस पहाड़ में विशाल औषधीय वृक्षों की संख्या उपलब्ध है| मान्यताओं के चलते कोई भी ग्रामवासी पहाड़ के पेड़ों की लकड़ी को नहीं काटता है| जैवविरासत की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बिरौना बाबा पहाड़ में विशालकाय पौधों की समृद्ध उपस्थिति के साथ-साथ विशालकाय चट्टानें भी स्थित हैं| जो कि पहाड़ को अनुपम तथा अद्वितीय बनाती है| विशालकाय चट्टानों की उपस्थिति तथा देवस्थान की मान्यता एवं पौधों की उपस्थिति पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है| बिरौना बाबा पहाड़ में स्थित मंदिर प्रांगण में भगवान बिरौना बाबा की मूर्ति विद्यमान है| बिरौना बाबा पहाड़ में देव स्थान की मान्यता के चलते लोगों को ऐसा मानना है कि यदि वहां के पेड़- पौधों को किसी भी प्रकार का नुकशान पहुँचाया गया तो नुकशान पहुँचाने वाले व्यक्ति के परिवार को आर्थिक ,मानसिक अथवा शारीरिक क्षति का सामना करना पड़ता है| इस प्रकार बिरौना बाबा पहाड़ पर्यावरण संरक्षण का सारथि बन गया है| यहाँ के लोग पहाड़ के वन क्षेत्र को नुकशान पहुँचाने की बात कभी भी मन में नहीं लाते है| इसके पीछे उनके विश्वास ने ही उन्हें हरियाली का रखवाला बना दिया है| इस प्रकार छतैनी का यह पहाड़ वन क्षेत्र में तो शामिल नहीं है , लेकिन पूरी तरह से हरा- भरा रहता है| इस प्रकार बिरौना बाबा पहाड़ पर्यावरण की दृष्टि से मिशाल बन चुका है| अवस्थिति- बिरौना बाबा पहाड़ उत्तर-प्रदेश के बाँदा जनपद में स्थित है| जिला मुख्यालय से बिरौना बाबा पहाड़ की दूरी 69 कि.मी. है| निकटतम रेलवे स्टेशान बदौसा है|
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