महाराजा बिजली
महाराजा बिजली पासी मध्यकाल में पासी जाति के एक राजा हुए।[१] वर्तमान उत्तर प्रदेश राज्य के कुछ हिस्सों तक उनका शासन था। वे पृथ्वीराज चौहान के समकालीन थे।[२] कहा जाता है कि उन्होंने अपने शासनकाल में कुल १२ किले बनवाये। इसके अतिरिक्त बिजनौर नगर की स्थापना का श्रेय भी उन्हें ही दिया जाता है।[३] उनके नाम पर १९९९ में एक महाविद्यालय की स्थापना की गयी; लखनऊ में स्थित इस कॉलेज का नाम "महाराजा बिजली पासी राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय" है।[४] १६ नवंबर २००० को भारत सरकार द्वारा उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था। उनके किले के खँडहर आज भी लखनऊ में स्थित हैं।[५]
सन्दर्भ[सम्पादन]
- ↑ Narayan 2006, पृष्ठ 73
- ↑ Gupta 2004, पृष्ठ 208
- ↑ Gupta 2004, पृष्ठ 208
- ↑ "Maharaja Bijli Pasi Govt.College". Navbharat Times. 1 जून 2013. https://navbharattimes.indiatimes.com/lucknow/lucknow-university/maharaja-bijli-pasi-govt-college-lucknow-university/articleshow/20380802.cms. अभिगमन तिथि: 31 मई 2018.
- ↑ Narayan 2006, पृष्ठ 73
ग्रन्थ सूची[सम्पादन]
- Gupta, Dipankar (2004) (en में). Caste in Question: Identity Or Hierarchy?. New Delhi: SAGE Publications. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780761933243. https://books.google.co.in/books?id=bgpEIb4tNjgC.
- Narayan, Badri (2006) (en में). Women Heroes and Dalit Assertion in North India: Culture, Identity and Politics. Thousand Oaks, Calif.: SAGE Publications. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780761935377. https://books.google.co.in/books?id=iAQrpDW4-_YC.
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