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मेनोपॉज के लक्षण

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महिलाओ में पीरियड का आना एक कुदरती प्रक्रिया है। सामान्य तौर पर एक स्वस्थ महिला हर 28 दिन के बाद पीरियड में होती है। कई महिला में ये चक्र 21 से लेकर 35 दिनो का भी होता है। पर कभी कभी महिलाओ के पीरियड जल्दी आ जाना और कभी कभी पीरियड का देर से आना उनके स्वास्थ्य के लिए नुक्शानदायक होता है। जो महिलाये 40-45 साल की हो गयी है अक्सर उनके periods irregular होते जाते है और कई बार पीरियड बंद होने के लक्षण भी दीखते है क्युकी तब उनके मेनोपोज़ (menopause) का समय नजदीक आता जाता है। तो हम इस आर्टिकल में जानेगे की क्या होते है पीरियड बंद होने के लक्षण के बारे में।

क्या होता है मेनोपोज़ ?[सम्पादन]

पीरियड का बंद होना या मासिक धर्म का बंद होना उनको ही मेनोपॉज कहते है। आम तोर पर महिलाओ का पीरियड में होने का समयचक्र (मासिक धर्म की उम्र) 14 साल से लेकर 50 साल तक का होता है। पर अभी की lifestyle के अनुसार ज्यादातर महिलाओ  को early age mesopause यानि की प्री मेनोपॉज हो जाता है। कुछ महिलाओ को 30-40 साल की उम्र में ही पीरियड आना बंद हो जाते है। ये अक्सर किमोथेरापी, सर्जरी, रेडिऐशन थेरेपी, धूम्रपान की वजह से होता है।

जिस महिला का समय से पहले पीरियड में होना बंद (मेनोपोज़) हो जाता है वो महिलाये प्रेगनेंसी कंसीव करना और गर्भधारण की संभावना खो देती है। इस लिए अगर आप भी जानना चाहते है की आखिर क्या होते है पीरियड बंद होने के लक्षण (मेनोपॉज के लक्षण इन हिंदी), पीरियड बंद होने के कारण और उनके उपचार तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए।

कैसे होता है मेनोपोज़ ?[सम्पादन]

मेनोपोज़ यानि की पीरियड बंद होने के लक्षण महिलाओ में 40-45 साल की आयु के बाद शुरू होते है। अगर महिला हर महीने पीरियड में ना  होते हुए साल में 3-4 बार हो होती है तो समज लेना चाहिए की ये उनके mesopause की शुरुआत है। धीरे धीरे करते उनकी माहवारी (periods) साल में 1 बार हो जाती है और बाद ने पीरियड आना बंद हो जाता है।

पीरियड बंद होने के लक्षण - मेनोपोज़ के लक्षण[सम्पादन]

अगर महिला की उम्र 40 साल से अधिक है और उनको यह लक्षण दिखाई देते है तो उनको मेनोपोज़ यानि की पीरियड रुक जाने की संभावना होती है।

अनियमित पीरियड्स[सम्पादन]

जिस महिला का मेनोपोज़ नजदीक आता जाता है उनका पीरियड नियमित रूप से होना बंद हो जाता है उनके पीरियड का समय और महीना निश्चित नहीं रहता है और हर महीने महिला का माहवारी नहीं होता है। कई महिलाओ को 40 की उम्र के बाद पीरियड के दौरान ज्यादा और कम मात्रा में bleeding होती है। और पीरियड में होने वाली अनियमितता के कारण ovary में egg का बनना भी कम हो जाता है और धीरे धीरे ovaries निष्क्रिय हो जाती है। और पीरियड रुक जाता है।  

मूड स्विंग होना[सम्पादन]

जब महिला का मेनोपोज़ नजदीक आता है तब उनके शरीर में hormonal balance बिखर जाता है और उनके कारण महिलाओ के बार बार मुड स्विंग होते है। मेनोपोज़ के दौरान महिला में भावनात्मक लागणी बढ़ जाती है और इनके कारण उनको बार बार गुस्सा, रोना, तनाव, चिढ़ना, उदासी ये सब मूड स्विंग होते है।

अधिक गर्मी लगना[सम्पादन]

मेनोपोज़ नजदीक आने से महिला के शरीर में गर्मी का प्रमाण बढ़ जाता है बिना किसी कारण से महिलाओ को गर्मी लगने लगती है क्युकी उनके शरीर में hormonal changes होते है। और महिला का पीरियड भी समय पे नहीं आता है तो उनके शरीर से पीरियड के दौरान गर्मी निकल नहीं पाती है तो उनको ज्यादा गर्मी महसूस होती है। जिनके कारण उनको कई बार गर्मी तो कई बार अचानक से ठंडी लगने लगती है।

पेशाब पर नियंत्रण न होना[सम्पादन]

मेनोपोज़ नजदीक आते ही महिला के ब्लेडर (balder) पर से नियंत्रण छूट जाता है। और महिलाओ में पेशाब रोक पाने की क्षमता कम हो जाती है और पहले से अधिक बार पेशाब जाना पड सकता है।

सेक्स की इच्छा खत्म होना[सम्पादन]

कई महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान सेक्स की इच्छा खत्म हो जाती है या बहुत ही कम हो जाती है। उन्हें शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द व तकलीफ होती है।

मेनोपोज़ के दौरान रखे यह सावधानी[सम्पादन]

मेनोपोज़ की प्रक्रिया के दौरान हो सके तो महिलाये मीठा और शक्कर कम खाये। क्युकी उस दौरन ज्यादा मीठा खाने से हड्डियों में दर्द की समस्या हो सकती है। उस दौरान बीपी, डायबिटीज, थायरॉयड  जरुरी है। मेनोपोज़ दरमियान जननांगो की सफाई ज्यादा जरूरी है क्युकी उस वक्त उस जगह पे infection का खतरा बढ़ जाता है। मेनोपोज़ के दौरान ज्यादा मसालेदार और तीखा खाने से, चाय, कोफी के सेवन से बचे। हमेशा गुनगुने पानी से नाहीये और तनाव से मुक्त रहे।

मेनोपोज़ के दौरान रखे इन बातो का ध्यान[सम्पादन]

मेनोपोज़ के दौरान महिलाओ को अपने डाइट में गाजर,पत्तेदार सब्जिया, टमाटर, पपीता, आवला और अखरोट का सेवन ज्यादा करना चाहिए।

महिलाओ को इस दौरान सोयाबीन ज्यादा खाना चाहिए।

नियमित रूप से घूमना, व्यायाम करना, योग करना चाहिये।

तनाव से मुक्त रहके किसी भी प्रकार की चिंता नहीं करनी चाहिए।

तो ये थी जानकारी की आखिर क्या होता है मेनोपोज़ और क्या होते है मेनोपोज़ के बाद पीरियड बंद होने के लक्षण के बारे में।

उम्मीद है की आपको इस आर्टिकल से मेनोपोज़ के बाद पीरियड बंद होने के लक्षण को पहचान ने में मदद मिलेगी।


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