रूमा देवी कुमावत
डॉ. रूमा देवी (जन्म: १९८९; बाड़मेर ज़िला, राजस्थान, भारत) भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द द्वारा महिलाओं के सर्वौच्च राष्ट्रीय सम्मान नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित एक लोकप्रिय पारंपरिक हस्तकला कारीगर और बाड़मेर, राजस्थान की एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह राजस्थान में एक गैर-सरकारी संगठन ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान, बाड़मेर की अध्यक्ष हैं।
पूर्व जीवन एवं शिक्षा[सम्पादन]
डॉ. रूमा देवी कुमावत का जन्म १९८९ में राजस्थान के बाड़मेर में हुआ था।[१]
डॉ. रूमा देवी कुमावत जब ८ वीं कक्षा में थी, तब उन्होने विद्यालय जाना छोड़ दिया था।[२]
परिवार[सम्पादन]
रूमा देवी कुमावत एक कुमावत (हिन्दू) परिवार से है। इनके पिता एक छोटे किसान थे और जब ये ५ वर्ष के थी, तब उनकी माँ की मृत्यु हो गई थी। रुमा देवी एक संयुक्त परिवार में रहती थी और अपने पिता की दूसरी शादी के बाद, उसका पालन-पोषण उसके चाचा और चाची ने किया। उसकी सात बहनें है और वह उनमें सबसे बड़ी है। उनकी शादी १७ वर्ष की आयु में हो गई थी [३] और २०१२ में उन्होने एक पुत्र को जन्म दिया। आर्थिक तंगी के कारण, उनके पुत्र को उचित दवाइयाँ उपलब्ध नहीं हो सकी और डेढ़ वर्ष की आयु में उसकी मृत्यु हो गई।
भविष्य[सम्पादन]
रुमा देवी कुमावत की शादी एक गरीब परिवार में हुई थी, इसलिए उन्होंने कमाई के लिए कुछ काम करने का फैसला किया। उनकी दादी ने उन्हे कढ़ाई और सिलाई सिखाई। उन्होने १० स्थानीय महिलाओं (महिला बाल विकास समूह की मदद से) का एक समूह बनाया और रुपये एकत्र किए। प्रत्येक सदस्य से १०० रुपये लिए और एक सिलाई मशीन खरीदी। विक्रम सिंह नामक एक सामाजिक कार्यकर्ता के मार्गदर्शन में, उन्होंने कुशन, बैग और वस्त्र बनाना शुरू कर दिया। बाद में, अधिक से अधिक स्थानीय महिलाएं उनके साथ जुड़ गईं और उनके १० सदस्यों का समूह बढ़कर २२००० महिलाओं का हो गया।[३]
१४ जुलाई १९९८ को, उन्होंने स्वयं सहायता समूह 'ग्रामीण विकास और चेतना संस्थान (GVCS) शुरू किया। इस समूह को बनाने के पीछे मुख्य मकसद महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना था। इस समूह की महिलाएं हस्तकला की विभिन्न शैलियों में पारंगत हैं; जिनमें कांथा सिलाई, कढ़ाई, पैचवर्क और अन्य कपड़े छपाई तकनीक शामिल हैं। रूमा देवी इस स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष हैं।
उनके काम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्लेटफार्मों पर सराहा गया है।
उसके समूह द्वारा बनाए गए उत्पाद वेबसाइट shop.directcreate.com पर उपलब्ध हैं।
२०१५ में, लैक्मे फैशन वीक में उनका दस्तकारी परिधान संग्रह प्रदर्शित किया गया था। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा-"मेरा पारंपरिक पहनावा, बाड़मेर के लिए मेरी तड़प कभी खत्म नहीं हो सकती। इसकी विशिष्टता ने मुझे वह बना दिया है, जो मैं आज हूं। मैं कभी भी बाड़मेर या अपने रेगिस्तानी राज्य को पीछे नहीं छोढ़ सकती। इसीलिए मैंने दिल्ली के बजाय जयपुर में पिछले साल लॉन्च की गई अपनी नई दुकान का पता लगाने का फैसला किया।"
पुरस्कार एवं सम्मान[सम्पादन]
- Shilpa Abhimani Award by the Govt of Sri Lanka: Promotion of handicrafts
- Honour by Women on Wings Netherlands (2016)
- Honour at Germany & Singapore Fair (2017): Promotion of handcrafted products
- हस्तशिल्प परिषद, भारतीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा निर्यात संवर्धन (2018): हस्तशिल्प क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए
- नारी शक्ति पुरस्कार (2018)
- "इंडिया टुडे पत्रिका" (2018) के कवर पर प्रदर्शित
- विश्व सीएसआर कांग्रेस (2019): 51 सबसे प्रभावशाली नवप्रवर्तक (ए ग्लोबल लिस्टिंग)
मनपसंद चीजे या शौक[सम्पादन]
- भोजन: राजस्थानी व्यंजन
- अभिनेता: अमिताभ बच्चन
- संगीत: राजस्थानी लोक संगीत
तथ्य[सम्पादन]
- इक्का फैशन डिजाइनर ‘अनीता डोंगरे’ ने रूमा को लक्मे फैशन वीक (2012) में अपने संग्रह का प्रदर्शन करने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि उन्हें इतने बड़े मंच पर होने का भरोसा नहीं था।
- उनके काम को ब्रिटिश पैचवर्क और क्विल्टिंग पत्रिका ने सराहा। उसने लंदन, जर्मनी, सिंगापुर और कोलंबो में आयोजित फैशन वीक में अपना काम प्रदर्शित किया था।
- उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि उनकी वास्तविक जीवन की कहानी बॉलीवुड फिल्म 'सुई धागा' (2018) से काफी मिलती-जुलती है।
- अभिनेता वरुण धवन ने उनसे चंदेरी रेशम दुपट्टे खरीदे जो उन्होंने अपनी बहनों को उपहार में दिए।
- उसे इंडिया टुडे मैगज़ीन (2018) के कवर पर दिखाया गया था।
- उन्हें कौन बनेगा करोड़पति 11 (2019) के 'कर्मवीर' एपिसोड (20 सितंबर 2019) में देखा गया था जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन को अपनी कलाकृति गिफ्ट की थी। शो में उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का समर्थन प्राप्त था।
- वह एक कॉलेज स्थापित करना चाहती हैं, जहां छात्र पारंपरिक हस्तकला कार्य सीख सकते हैं।
संदर्भ[सम्पादन]
- ↑ "Ruma Devi | WEF | Women Economic Forum" (en-US में). https://www.wef.org.in/ruma-devi/.
- ↑ Roytalukdar, Rakhee. "Ruma Devi and her motifs of change" (en में). https://www.thehindubusinessline.com/blink/meet/ruma-devi-and-her-motifs-of-change/article29297537.ece.
- ↑ ३.० ३.१ https://m.timesofindia.com/city/jaipur/ruma-devi-from-school-dropout-to-changing-fortunes-of-22k-women/amp_articleshow/68160212.cms
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