श्याम बेनेगल
श्याम बेनेगल (14 दिसंबर 1934 – 23 दिसंबर 2024) एक भारतीय फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक थे। वे भारतीय सिनेमा में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं।
जीवनी[सम्पादन]
श्याम बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर 1934 को त्रिमुलघर्री, ब्रिटिश राज में हुआ था। उनका परिवार का पृष्ठभूमि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ था। बेनेगल ने अपनी शिक्षा महबूब कॉलेज हाई स्कूल और निजाम कॉलेज, हैदराबाद से प्राप्त की थी। उन्होंने उत्तर-पूर्वी पहाड़ी विश्वविद्यालय और उस्मानिया विश्वविद्यालय से अधिक शिक्षा प्राप्त की।
बेनेगल का फिल्म कैरियर 1970 के दशक में शुरू हुआ जब उन्होंने कई दस्तावेज़ी फिल्मों का निर्देशन किया। उनकी पहली फीचर फिल्म 'अंकुर' 1974 में रिलीज हुई थी, जिसने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई। उनकी अगली फिल्में जैसे 'निशांत', 'मंथन', और 'जूनून' ने उन्हें एक प्रमुख फिल्मकार के रूप में स्थापित किया।
बेनेगल को अपने काम के लिए कई पुरस्कार मिले, जिनमें पद्म श्री (1976), पद्म भूषण (1991), और दादासाहब फालके अवार्ड (2005) शामिल हैं। उन्हें 1980 में फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट डायरेक्टर भी मिला। उन्होंने 2006 से 2012 तक राज्य सभा के सदस्य के रूप में भी काम किया।
व्यक्तिगत जीवन[सम्पादन]
श्याम बेनेगल की एक बहन थी, जिसका नाम सुमित्रा नारायण था। उनके एक बच्चा था। उनके चचेरे भाई गुरु दत्त, अत्मा राम, और ललिता लजमी भी फिल्म उद्योग से जुड़े थे।
मृत्यु[सम्पादन]
श्याम बेनेगल का निधन 23 दिसंबर 2024 को मुंबई में हुआ था।