श्वेत तारा युद्ध
श्वेत तारा युद्ध (White War) | |||||||
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स्थानीय लोगों और आर्मी के बीच संघर्ष का भाग | |||||||
श्वेत तारा युद्ध (White War) इटली के अल्टा वलतेल्लीना उपक्षेत्र में | |||||||
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श्वेत तारा युद्ध (White War) एक ऐतिहासिक घटना थी जो इटली के अल्टा वलतेल्लीना उपक्षेत्र में 1915 से 1918 तक घटित हुई। इस युद्ध का मुख्य कारण था वहाँ के स्थानीय लोगों और आर्मी के बीच पानी के संबंध में संघर्ष। युद्ध के दौरान दो पक्षों के सैनिकों ने बर्फ से बनी गढ़ों की निर्माण की कोशिश की, जिससे उन्हें दुर्ग बनाने में मदद मिल सके। इस युद्ध में कुछ हद तक दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच तनाव था, लेकिन यह युद्ध किसी भी तरह के हथकड़ी नहीं हुआ था।
अल्टा वलतेल्लीना उपक्षेत्र में पानी के संबंध में संघर्ष[सम्पादन]
अल्टा वलतेल्लीना उपक्षेत्र एक इटली का पर्वतीय क्षेत्र है जो स्विजरलैंड की सीमा के निकट स्थित है। यह क्षेत्र बेहद सुंदर होता है जिसमें बहुत सी नदियां, झीलें और पानी से भरे तालाब होते हैं।
हालांकि, अल्टा वलतेल्लीना के लोगों को पानी की कमी का सामना करना पड़ता था। लोगों के लिए पानी को लेकर लड़ाई शुरू हो गई थी, जो बाद में इटली के सरकार और भी संघर्ष को बढ़ा देने वाली समस्याओं के कारण बढ़ गई थी।
यह संघर्ष इसलिए हुआ क्योंकि इटली की सरकार ने उन स्थानों पर सुविधाओं का निर्माण किया था जहां पानी के स्रोत थे। यह स्थान अल्टा वलतेल्लीना के लोगों के लिए महत्वपूर्ण था जो वहां जीवन बिताते थे। लोगों को लड़ाई करनी पड़ी ताकि वे अपने पानी के स्रोत को नहीं खो दें।
बर्फ से बने गढ़ों की निर्माण की कोशिश[सम्पादन]
श्वेत तारा युद्ध के दौरान, इटली के सैनिकों ने बर्फ से बने गढ़े बनाने की कोशिश की थी। यह एक अद्भुत प्रयास था जो सामने आया था।
बर्फ से बने गढ़ों की निर्माण की इस कोशिश का मुख्य उद्देश्य यह था कि सैनिकों को एक सुरक्षित स्थान प्रदान किया जाए जहां वे दुश्मनों से संघर्ष कर सकते थे। इसके अलावा, बर्फ से बने गढ़ों को इटली के सैनिकों ने एक आश्चर्यजनक तरीके से उपयोग किया था जो उनके संघर्ष की रणनीति को मजबूत बनाता था।
हालांकि, बर्फ से बने गढ़ों की निर्माण की कोशिश निराशाजनक साबित हुई क्योंकि बर्फीली भूमि उत्पन्न करने में असफल रही और गढ़ों की स्थिति बेहतर नहीं थी। इसके बाद, सैनिकों को अन्य रणनीतियों का उपयोग करके दुश्मन के खिलाफ लड़ना पड़ा।
श्वेत तारा युद्ध का अंत[सम्पादन]
श्वेत तारा युद्ध का अंत 3 नवंबर 1918 को हुआ, जब आस्ट्रिया-हंगरी संघर्ष की तबाही स्वीकार करने के लिए मजबूर हुआ था। इससे पहले, इटली और आस्ट्रिया-हंगरी के बीच अल्पी पर्वतमाला पर एक संघर्ष चल रहा था और दोनों तरफों के लोगों की बहुत बड़ी नुकसान हुए थे।
श्वेत तारा युद्ध के अंत के बाद, इटली और आस्ट्रिया-हंगरी के बीच संबंधों में सुधार हुआ और अल्पी पर्वतमाला पर तनाव कम हो गया। इस युद्ध का परिणाम था कि इटली के समूचे अल्प उत्तरी भाग का एक बड़ा हिस्सा उसके नियंत्रण में आ गया।
इन्हें भी देखें[सम्पादन]
सन्दर्भ[सम्पादन]
बाहरी कड़ियाँ[सम्पादन]
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