स्काईरूट एयरोस्पेस
स्काईरूट एयरोस्पेस[१] [२]एक भारत निजी वांतरिक्ष एजेंसी[३] है। जिसकी नीव भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) के पूर्व वैज्ञानिकों ने रखी थी। जून 2020 में अंतरिक्ष में निजी कंपनियों(कम्पनियों) की भागीदारी को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद निजी संस्था के लिए अब ये संभव हो गया है।[४]
स्काईरूट एयरोस्पेस | |
👦👩🏻🏻 members | पवन कुमार चंदना (सह-संस्थापक, सीईओ और सीटीओ),
नागा भरत डका (सह-संस्थापक, सीओओ, प्रमुख एवियोनिक्स और जीएनसी), वी ज्ञानगांधी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष- प्रणोदन), वी ई स्वरन (निर्देशक- सॉलिड प्रोपल्शन), मुकेश बंसल (सदस्य, निदेशक मंडल और सलाहकार) अमरदीप (स्ट्रक्चर्स लीड) एम यज्ञनारायण (मुख्य डिजाइनर और लीड - द्रव नियंत्रण घटक) डॉ ए। सुभानंद राव (मुख्य सलाहकार और सलाहकार- प्रणोदन), अज्ञान सी ए (सलाहकार- एवियोनिक्स) |
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industry | अंतरिक्ष अनुसंधान |
📍 Location | दक्षिण एशिया |
📟 products | रॉकेट , रॉकेट इंजन ,आदि |
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🌐 Website : SkyRoot.in | |
स्काईरूट[५] दिसम्बर 2021 में अपने 250-700 किलोग्राम[६] के पहले उपग्रह [७] को अपने पहले अन्तरिक्षयान विक्रम के साथ प्रक्षेपित करेगी।[८]
इतिहास[सम्पादन]
स्काईरूट एयरोस्पेस को इसरो के पूर्व विज्ञानिको की एक टीम ने 2018 में बनाया था। केन्द्र सरकार ने अंतरिक्ष कार्यक्रम में निजिकता को मंजूरी दी तो स्काईरूट एयरोस्पेस के आगे सारे रास्ते खुल गए।
प्रक्षेपण यान[सम्पादन]
स्काईरूट अपने पहले रॉकेट विक्रम की लॉन्चिंग दिसंबर 2021 को करेगा । एक स्पैसेटेक स्टार्टअप, स्काईरूट ने एक अपर स्टेज के रॉकेट इंजन रमन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसके साथ, स्काईरोट एयरोस्पेस एक होमग्रोन रॉकेट इंजन बनाने की क्षमता दिखाने वाली पहली भारतीय निजी फर्म बन गई है। रमन एक 3-डी प्रिंटेड रॉकेट इंजन है जिसका नाम नोबेल पुरस्कार विजेता सीवी रमन के नाम पर रखा गया है।
विक्रम 1[सम्पादन]
यह स्काईरूट के विक्रम का पहला संस्करण विक्रम 1 है जिसको दिसम्बर 2021 में लॉन्च करने की योजना है। इसमें रमन इंजन लगाया जाएगा ।
विक्रम 2[सम्पादन]
ये विक्रम श्रंखला का दूसरा संस्करण रॉकेट है। जो 2021 के बाद लॉन्च करने की योजना है।
विक्रम 3[सम्पादन]
ये विक्रम श्रंखला का तीसरा और पहले दो संस्करणों से बड़ा और अधिक क्षमता वाला संस्करण होगा।
चौथा संस्करण (विक्रम 4)[सम्पादन]
इस रॉकेट का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है किन्तु उम्मीद है कि इसका नाम विक्रम 4 होगा जो विक्रम रॉकेट श्रंखला का चौथा संस्करण हो सकता है।
भविष्य की योजनाएं[सम्पादन]
स्काईरूट 2021 दिसंबर को अपना पहला अंतरिक्ष अभियान की शुरुआत करेगी। इसमें स्काईरूट अपना पहला अंतरिक्षयान विक्रम का प्रयोग कर अपने पहले उपग्रह को अंतरिक्ष में स्थापित करेगा।
इन्हें भी देखें[सम्पादन]
बाहरी कड़ियां[सम्पादन]
सन्दर्भ[सम्पादन]
- ↑ "Website". https://SkyRoot.in.
- ↑ Aerospace, Skyroot. "YouTube". https://www.youtube.com/channel/UC99wve8HpQqaSTNs1Tm6r7Q.
- ↑ Aerospace, Skyroot. "Facebook". https://www.facebook.com/skyrootaerospace/.
- ↑ "Wikipedia writer". https://Facebook.com/itsj1m.
- ↑ "News". https://hindicurrentaffairs.adda247.com/2020/08/skyroot-aerospace-tests-upper-stage.html?m=0.
- ↑ Aerospace, Skyroot. "Twitter". https://twitter.com/SkyrootA?s=09.
- ↑ Engine, Raman. "Testing". https://youtube.com/GgEWn2N4uNk.
- ↑ Aerospace, Skyroot. "Instagram". https://instagram.com/skyrootaerospace.
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