हिमाचल अभी अभी
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प्रकार | Multi Media Company |
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प्रारूप | Himachal Abhi Abhi Website/Mobile App/Youtube Channel/Weekly Tabloid |
स्वामित्व | Shree Balaji Media Innovations Private Limited |
प्रकाशक | Anal Patrwal for Himachal Abhi Abhi |
संपादक | Anal Patrwal |
संस्थापना | February 13, 2015 |
भाषा | Hindi/English |
मुख्यालय | Balaji Vihar, Village Ujjain PO/ Tehsil/ Distt -Kangra, Pin-176001, Himachal Pradesh, India |
भगिनी समाचारपत्र | Himachal Abhi Abhi (Saturday) |
ओसीएलसी | +91 9857110813 |
जालपृष्ठ | https://himachalabhiabhi.com |
हिमाचल प्रदेश की स्थापना 1947 में स्वतंत्रता के बाद 30 पहाड़ी रियासतों को जोड़कर 15 अप्रैल 1948 को की गई थी। 1 नवंबर 1966 को पंजाब के राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के बाद कुछ अन्य राज्यों को हिमाचल में मिला दिया गया। हिमाचल की सीमाएं उत्तर में जम्मू-कश्मीर, दक्षिण-पश्चिम में पंजाब, दक्षिण में हरियाणा, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखंड और पूर्व में तिब्बत (चीन) की सीमाओं से मिलती हैं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन की नजर से देश में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। शिमला, कुल्लू, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी के साथ ही सुदूर लाहौल-स्फीति के कुछ इलाके प्राकृतिक सुंदरता के कारण लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। सतलुज, ब्यास, रावी, पार्वती इस राज्य की प्रमुख नदियां हैं। रेणुका, रिवालसर, खाजिआर, डल, व्यास कुंड, भृगु पराशर, मणिमहेश, चंद्रताल, सुरजताल, सिरलोसर गोविन्दसागर, नाको जैसी झीलें सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। जुजुराना हिमाचल का राज्य पक्षी और बर्फानी तेंदुआ राष्ट्रीय पशु है।
जैसा कि नाम से ही जाहिर है, यह प्रदेश सर्दियों में बर्फ का आंचल बन जाता है। ऊंचे पहाड़ों में सर्दियों के दौरान तकरीबन 4 महीने तक जमकर बर्फबारी होती है। हिमाचल में मॉनसून के दौरान औसतन 1469 मि.मी. बारिश होती है। हिंदी और स्थानीय बोलियां यहां आमतौर पर बोली जाती हैं। हिमालय पर्वत की शानदार ऊंचाई, अपनी विहंगम सुन्दरता और आध्यात्मिक शांति की आभा के साथ देवताओं का प्राकृतिक घर के सामान प्रतीत होता है । पूरे प्रदेश में 2 हज़ार से ज़्यादा मंदिर हैं जो कि इस तथ्य को अपने आप में दोहराते हैं । उच्च पर्वत मालाओं और पृथक घाटियों का राज्य होने के नाते, मंदिर वास्तुकला की कई अलग-अलग शैलियों का विकास किया और यहाँ पर नक्काशीदार पत्थर शिखर, पैगोड़ाशैली के धार्मिक स्थल, बौद्ध मठों की तरह मंदिर या सिक्ख गुरुद्वारा है । उनमे से तीर्थ यात्रा के महत्वपूर्ण स्थान है और हर साल देश-भर से हज़ारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
हिमाचल अभी अभी के बारे में
देव भूमि के नाम से विख्यात हिमाचल प्रदेश की पहली मल्टीमीडिया कंपनी है हिमाचल अभी अभी। धौलाधार की खूबसूरत पहाड़ियों के ठीक सामने कांगड़ा घाटी में इस कंपनी का मुख्यालय है। हिमाचल अभी अभी मूल रूप से श्री बालाजी मल्टीमीडिया इनोवेशन प्रायवेट लिमिटेड कंपनी की एक सहायक कंपनी है। श्री बालाजी मल्टीमीडिया इनोवेशन हिमाचल अभी अभी श्री बालाजी अस्पताल की प्रमोटेड कंपनी है। कांगड़ा में हिमाचल अभी अभी के मुख्यालय के बगल में ही श्री बालाजी अस्पताल के रूप में 100 बिस्तरों वाला अत्याधुनिक सुपरस्पेश्यलिटी अस्पताल है। अस्पताल के संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. राजेश शर्मा अपनी कर्त्तव्यनिष्ठा और डॉक्टरी के पवित्र पेशे के प्रति समर्पण भाव के लिए केवल कांगड़ा ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के अंचलों में भी मशहूर हैं। पड़ोस के धर्मशाला, चंबा, हमीरपुर जैसे इलाकों से रोजाना दर्जनों मरीज अस्पताल में दाखिल होकर स्वस्थ होकर जाते हैं।
इतिहास
श्री बालाजी मीडिया इनोवेशन कंपनी लिमिटेड के रूप में हिमाचल अभी अभी की स्थापना 13 फरवरी 2015 को हुई। मकसद था, हिमाचल के दूर-दराज के क्षेत्रों से सूचनाओं को किस तरह आम लोगों तक पहुंचाया जाए। काफी सोच-विचार के बाद हिमाचल अभी अभी के रूप में सबसे पहले मोबाइल एप का शुभारंभ 9 मई 2015 को तिब्बत धर्मगुरु दलाई लामा के द्वारा हुई थी। उनके आशीर्वाद ने जल्द ही हिमाचल अभी अभी को मोबाइल एप के साथ एक वेबसाइट के रूप में भी खड़ा कर दिया। कंपनी के चेयरमैन डॉ राजेश शर्मा व एडिटर इन चीफ अनल पत्रवाल के नेतृत्व में चार साल के भीतर हिमाचल अभी अभी ने राज्य के सभी 12 जिलों में अपनी पहुंच, समाचारों के संकलन, संपादन और अभिनव प्रस्तुतिकरण के जरिए यूजर्स पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। एक मल्टीमीडिया इनोवेशन कंपनी के रूप में हिमाचल अभी अभी दिनभर की ताजा खबरों की रेडियो बुलेटिन, टॉप 5 और फाइनल अपडेट के रूप में लोगों तक लगातार चौबीसों घंटे सूचनाएं पहुंचाने का काम कर रहा है। कंपनी एक साप्ताहिक टैबलॉयड समाचार पत्र भी निकालती है, जिसमें धर्म-संस्कृति, अध्यात्म, जीवनशैली, साहित्य, महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों के अलावा राज्य के वे मुद्दे भी शामिल होते हैं, जो लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालने वाले हों।
हिमाचल अभी अभी के तीन साल पूरे होने पर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा बालाजी मीडिया इनोवेशन ने श्री बालाजी मीडिया इनोवेशन कंपनी के नवनिर्मित अत्याधुनिक स्टूडियो का उद्घाटन किया और हिमाचल अभी अभी की प्रगति के लिए आशीर्वाद दिया। महामहिम दलाई लामा के वरदहस्त और उनके आशीर्वाद के कारण ही यह कंपनी निरंतर नई ऊंचाइयां तय कर रही है।
उपलब्धियां
भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 2 अक्टूबर 2016 को एक लघु फिल्म की प्रतियोगिता में स्वच्छ भारत विषय पर हिमाचल अभी अभी की प्रस्तुति को सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस प्रदान किया है। बड़ा पाठ
स्रोत
वीडियो स्रोत https://www.youtube.com/watch?v=eZUFp8qRh1E
संस्थान के विवरण https://www.zaubacorp.com/company/SHREE-BALAJI-MEDIA-INNOVATIONS-PRIVATE-LIMITED/U22210HP2015PTC000874
https://www.dalailama.com/pictures/visit-to-kangra-hp-india
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